रक्षाबंधन से पूर्व मिला ज्ञान का उपहार! टपूकड़ा के भाई-बहनों ने हिंदी-अंग्रेजी में मिलकर लिखीं प्रतियोगी परीक्षार्थियों के लिए पुस्तकें

Published on 07 August 2025 by Ketan Birla

रक्षाबंधन से पूर्व मिला ज्ञान का उपहार! टपूकड़ा के भाई-बहनों ने हिंदी-अंग्रेजी में मिलकर लिखीं प्रतियोगी परीक्षार्थियों के लिए पुस्तकें

Rajasthan Exam Books 2025: रक्षाबंधन के खास मौके पर राजस्थान के युवाओं को एक अनमोल उपहार मिला है. अलवर जिले के टपूकड़ा में रहने वाले भाई-बहनों की एक जोड़ी ने मिलकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए दो उपयोगी किताबें लिखी हैं. इन किताबों का नाम ‘इनसाइट राजस्थान: कला एवं संस्कृति’ और ‘राजस्थान सामान्य ज्ञान’ है. इन पुस्तकों को आरटीएस अधिकारी शिवन्या गुप्ता, सहायक प्रोफेसर प्रियंका गुप्ता, केतन बिरला और उनकी पत्नी कनिष्ठ लेखाकार अंजली सोनी ने मिलकर लिखा है. किताबों का विमोचन खैरथल-तिजारा के जिला कलेक्टर किशोर कुमार ने किया.

10 महीने की कड़ी मेहनत से तैयार हुई किताबें

लेखक केतन बिरला ने बताया कि राजस्थान की कला और संस्कृति पर अच्छी और संपूर्ण सामग्री की काफी समय से कमी थी, खासकर अंग्रेजी माध्यम के छात्रों के लिए. इस कमी को पूरा करने के लिए उन्होंने अपनी बहनों और पत्नी के साथ मिलकर यह पहल की. करीब 10 महीनों की मेहनत के बाद ये किताबें तैयार हुई हैं और अब अरिहंत पब्लिकेशन के जरिए ऑनलाइन और ऑफलाइन उपलब्ध है.

हिंदी और अंग्रेजी दोनों में उपलब्ध

‘इनसाइट राजस्थान: कला एवं संस्कृति’ पुस्तक को शिवन्या गुप्ता, प्रियंका गुप्ता और केतन बिरला ने मिलकर लिखा है. यह किताब हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध है. वहीं ‘राजस्थान सामान्य ज्ञान’ पुस्तक को केतन बिरला और उनकी धर्म पत्नी अंजली सोनी ने लिखा है.

कलेक्टर ने कहा– इन किताबों से होगी बेहतर तैयारी

खैरथल-तिजारा के कलेक्टर किशोर कुमार ने इन पुस्तकों की सराहना करते हुए कहा कि ‘इनसाइट राजस्थान’ और ‘राजस्थान सामान्य ज्ञान’ जैसी किताबें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए बेहद उपयोगी हैं. उन्होंने लेखकों के इस प्रयास को सराहनीय और प्रेरणादायक बताया.

माता-पिता की प्रेरणा और आशीर्वाद से मिली सफलता

लेखक केतन बिरला ने अपनी दोनों पुस्तकों की सफलता का श्रेय अपने माता-पिता बिमलेश गुप्ता और घनश्याम दास बिरला को दिया. उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता ने हमेशा उन्हें सही मार्ग दिखाया और हर कदम पर प्रेरणा दी. माता-पिता के आशीर्वाद और विश्वास के बिना यह लेखन कार्य संभव नहीं हो पाता. उन्होंने बताया कि जब कभी भी लेखन में कठिनाई आई, माता-पिता ने उन्हें हौसला दिया और लगातार प्रोत्साहित किया. यही वजह है कि आज यह सपना साकार हो पाया.

प्रतियोगी परीक्षार्थियों को मिलेगी सही दिशा

राजस्थान की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे लाखों छात्रों के लिए यह पहल एक नई उम्मीद की तरह है. 'इनसाइट राजस्थान' और 'राजस्थान सामान्य ज्ञान' जैसी किताबें उनकी तैयारी को सशक्त बनाएंगी. यह प्रयास छात्रों को सही दिशा देगा और उनके सपनों को साकार करने में मदद करेगा.

यहां से खरीदें ऑनलाइन

अगर आप भी राजस्थान की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी को सही आयाम देना चाहते हैं, तो नीचे दिए लिंक पर जाकर अपने घर ऑनलाइन इन किताबों को मंगवा सकते हैं। 

  • इनसाइट राजस्थान: कला एवं संस्कृति (हिंदी) - Link
  • इनसाइट राजस्थान: कला एवं संस्कृति (अंग्रेजी) - Link
  • राजस्थान सामान्य ज्ञान - Link